यह पाठ्यक्रम प्राथमिक 1 के छात्रों को हिंदी के बुनियादी ज्ञान और कौशल विकसित करने में मदद करता है।
Our Primary 1 Hindi Program is thoughtfully designed for young learners, focusing on building a strong foundation in the Hindi language. The program aligns with the Ministry of Education (MOE) syllabus, ensuring a comprehensive and engaging learning experience.
Key Highlights
Alphabet Mastery: Introduction to Hindi vowels (स्वर) and consonants (व्यंजन) with correct pronunciation, helping learners recognize and articulate sounds clearly.
Reading Skills: Development of reading abilities through simple words, sentence reading, and picture-based activities to strengthen comprehension.
Writing Practice: Letter and word writing, coupled with handwriting improvement exercises, fostering clarity and neatness.
Speaking & Listening: Engaging activities like storytelling and conversational practice to build listening comprehension and fluency in speaking Hindi.
Vocabulary Building: Focus on daily-use words related to home, school, and surroundings to enhance everyday communication.
Additional Features
Grammar Basics: An introduction to nouns, verbs, and simple sentence formation to lay the groundwork for language structure.
Creative Skills: Picture description and storytelling to develop cognitive and creative abilities.
Fun Learning: Interactive games, poems, and activities designed to make learning enjoyable and memorable.
Program Benefits
This program ensures young learners gain confidence in reading, writing, speaking, and understanding Hindi, fostering a love for the language from an early age.
Age Group: Suitable for children aged 6-7 years.
Mode: Both online and offline classes available.
Duration: Weekly sessions with continuous assessment to track progress.
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वर्णों का उच्चारण और पहचान
इस विषय में छात्रों को हिंदी वर्णमाला के स्वर और व्यंजन के सही उच्चारण और पहचान के बारे में सिखाया जाता है। इसमें स्वर (जैसे अ, आ, इ, ई) और व्यंजन (जैसे क, ख, ग, घ) के सही उच्चारण का अभ्यास कराया जाता है। छात्रों को यह समझाया जाता है कि प्रत्येक वर्ण का ध्वनि स्वरूप क्या है और उसे पहचानने तथा सही तरीके से बोलने की कला कैसे विकसित की जा सकती है। यह ज्ञान बच्चों की हिंदी बोलने, पढ़ने और लिखने की क्षमता को मजबूत करता है।
स्वर (Vowels) और व्यंजन (Consonants) हिंदी वर्णमाला के मूलभूत अक्षर हैं। स्वर स्वतंत्र रूप से उच्चारित होते हैं, जैसे अ, आ, इ, ई। व्यंजन स्वर की सहायता से उच्चारित होते हैं, जैसे क, ख, ग, घ। इनका सही ज्ञान भाषा के पठन, लेखन और शब्द निर्माण की नींव है।
वर्णों के मेल से शब्द निर्माण:
वर्णों और शब्दों को जोड़कर वाक्य बनाना
इस गतिविधि में बच्चों को अलग-अलग वर्णों (स्वर और व्यंजन) और शब्दों को जोड़कर सरल वाक्य बनाने की प्रक्रिया सिखाई जाती है। बच्चों को पहले छोटे शब्दों को सही तरीके से उच्चारण और लिखने के लिए अभ्यास कराया जाता है, फिर उन शब्दों का उपयोग करके छोटे वाक्य बनाने को कहा जाता है। यह अभ्यास बच्चों की भाषा कौशल को विकसित करने में मदद करता है और वाक्य निर्माण की क्षमता को बढ़ाता है।
चित्र देखकर शब्दों और वाक्यों को पहचानना
इस अभ्यास में बच्चों को चित्रों के माध्यम से शब्दों और वाक्यों को पहचानने की क्षमता विकसित की जाती है। बच्चों को एक चित्र दिखाया जाता है, और फिर उससे संबंधित शब्द या वाक्य को पढ़ने के लिए कहा जाता है। यह गतिविधि बच्चों के समझने और पढ़ने की क्षमता को बढ़ाती है, साथ ही उनका ध्यान चित्र और शब्दों के बीच संबंध स्थापित करने में भी मदद करती है।
सरल शब्द और वाक्य पढ़ना
इस विषय में बच्चों को सरल और दैनिक जीवन में प्रयुक्त शब्दों और वाक्यों को पढ़ने की प्रक्रिया सिखाई जाती है। इसमें छोटे-छोटे शब्दों और वाक्यांशों का अभ्यास कराया जाता है, ताकि बच्चों को पढ़ने में आत्मविश्वास मिले। सरल वाक्य जैसे "मैं स्कूल जा रहा हूँ" और "यह एक किताब है" पढ़ने के द्वारा उनकी शब्दावली और वाचन कौशल में सुधार होता है। यह पढ़ाई बच्चों की भाषा समझ और पढ़ने की गति को भी बढ़ाती है।
वर्णमाला का सही लेखन (स्वर और व्यंजन)
इस गतिविधि में बच्चों को हिंदी वर्णमाला के स्वर और व्यंजन का सही तरीके से लेखन सिखाया जाता है। बच्चों को प्रत्येक स्वर और व्यंजन का सही आकार, रूप, और उच्चारण समझाया जाता है, ताकि वे उन्हें सही ढंग से लिख सकें। यह अभ्यास बच्चों की लेखन क्षमता को सुधारता है और उन्हें हिंदी में शब्दों और वाक्य बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी कौशल प्रदान करता है।
सरल शब्द और वाक्य लिखना
इस पाठ में बच्चों को सरल शब्दों और वाक्यों को सही ढंग से लिखने की कला सिखाई जाती है। इसमें शब्दों के सही उच्चारण, वर्तनी और वाक्य संरचना पर ध्यान दिया जाता है। बच्चों को दैनिक जीवन से जुड़े आसान शब्द और वाक्य लिखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वे अपनी लेखन क्षमता को सुधार सकें और हिंदी में आत्मविश्वास से लिख सकें।
लिखावट सुधारने के लिए अभ्यास
इस पाठ में बच्चों को अपनी लिखावट सुधारने के लिए विभिन्न अभ्यासों के माध्यम से सही तरीके से लिखने की कला सिखाई जाती है। इसमें सही आकार, उचित अंतराल, और सुंदरता पर ध्यान दिया जाता है। बच्चों को नियमित रूप से लिखने के अभ्यास से उनकी लेखन क्षमता में सुधार होता है और वे हिंदी में साफ, सुंदर और सही ढंग से लिख पाते हैं।
आप अपने इलाके के भोजन मेले में गए। स्थानीय समाचार-पत्र के लिए एक रिपोर्ट लिखें। आपकी रिपोर्ट में निम्नलिखित बातें अवश्य सम्मिलित करें: आपने वहाँ अपने साथ जाने के लिए किसे चुना और क्यों, आपने क्या देखा और सुना, आपके मनपसन्द पकवान कौन से थे, आपको मेले की किस चीज़ ने सबसे अधिक प्रभावित किया।
संज्ञा और उसके प्रकार
संज्ञा वह शब्द है, जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, गुण, या अवस्था के नाम को व्यक्त करता है। यह वाक्य में विषय (subject) के रूप में कार्य करता है और वाक्य के अन्य हिस्सों के साथ मिलकर अर्थपूर्ण संवाद स्थापित करता है। संज्ञा के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:
इन प्रकारों को जानकर हम वाक्यों में संज्ञाओं का सही उपयोग कर सकते हैं और अपनी भाषा को समृद्ध बना सकते हैं।
दैनिक उपयोग के सरल शब्द
इस पाठ में बच्चों को उन शब्दों से परिचित कराया जाता है, जो वे अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में अक्सर सुनते और उपयोग करते हैं। यह शब्द घर, स्कूल, परिवार, और आसपास की चीज़ों से जुड़े होते हैं। इन शब्दों का सही उच्चारण, वर्तनी और उपयोग सिखाना बच्चों को हिंदी भाषा में आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करता है और उन्हें सामान्य वार्तालाप में सक्षम बनाता है।
घर, विद्यालय और आस-पास के वातावरण से जुड़े शब्द
इस पाठ में बच्चों को उन शब्दों से परिचित कराया जाता है जो उनके घर, विद्यालय और आस-पास के वातावरण से संबंधित होते हैं। ये शब्द बच्चों के दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे कि घर के कमरे, स्कूल की वस्तुएं, खेल-कूद की चीज़ें, और आसपास की प्राकृतिक चीज़ें। इन शब्दों को समझने और सही तरीके से उपयोग करने से बच्चों की भाषा कौशल और सोचने की क्षमता में सुधार होता है।
सरल वाक्यों का निर्माण
सरल वाक्य वह वाक्य होते हैं जिनमें एक ही कर्ता (subject) और एक क्रिया (verb) होती है, और ये वाक्य केवल एक विचार या सूचना व्यक्त करते हैं। सरल वाक्य में केवल एक मुख्य विचार होता है, जिससे यह वाक्य संक्षिप्त और स्पष्ट होता है। उदाहरण के लिए, "राम स्कूल जाता है" एक सरल वाक्य है, क्योंकि इसमें एक कर्ता "राम", एक क्रिया "जाता है" और कोई अन्य जटिलता नहीं है।
इसमें:
सरल वाक्यों का निर्माण भाषा में प्रारंभिक समझ और प्रभावी संवाद के लिए महत्वपूर्ण होता है।
क्रिया (क्रिया पहचानना और उपयोग करना)
क्रिया वह शब्द होता है जो किसी कार्य, अवस्था या घटना को व्यक्त करता है। यह वाक्य में एक क्रिया का प्रदर्शन करता है, जो बताता है कि कोई व्यक्ति या वस्तु क्या कर रहा है या हो रहा है।
क्रिया के प्रकार:
क्रिया का उपयोग:
उदाहरण:
महत्व: क्रिया का सही पहचान और उपयोग भाषा में स्पष्टता और सटीकता लाता है। बच्चों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे वाक्य में क्रिया की पहचान करें और इसका सही तरीके से उपयोग करें, ताकि उनके संवाद अधिक प्रभावी और स्पष्ट हों।
छोटे और सरल कथानक पर आधारित कहानियाँ
यह पाठ छोटे और सरल कथानक पर आधारित कहानियों को प्रस्तुत करता है, जो बच्चों के लिए आदर्श हैं। इन कहानियों में सरल भाषा का उपयोग किया जाता है, ताकि बच्चे आसानी से समझ सकें और साथ ही उनका ध्यान आकर्षित हो सके। इन कहानियों के माध्यम से न केवल बच्चों को मनोरंजन मिलता है, बल्कि उन्हें जीवन के मूल्य, नैतिकता, और अच्छे आचरण के बारे में भी सिखाया जाता है।
कहानियों के विशेषताएँ:
उदाहरण:
इन कहानियों का उद्देश्य बच्चों में अच्छे आचरण और मूल्यों को विकसित करना है, साथ ही उनकी भाषा और सोच को भी प्रगति देना है।
नैतिक मूल्यों से जुड़ी कहानियाँ बच्चों को जीवन के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को समझाने का एक प्रभावी तरीका हैं। इन कहानियों के माध्यम से बच्चे ईमानदारी, दया, सचाई, सहयोग, और मेहनत जैसे गुणों के बारे में सीखते हैं। ऐसी कहानियाँ बच्चों के मन में अच्छे आचरण की भावना पैदा करती हैं और उन्हें समाज में एक अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करती हैं।
नैतिक कहानियों की विशेषताएँ:
नैतिक कहानियाँ बच्चों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती हैं, जैसे कि:
इस प्रकार की कहानियाँ बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास में सहायक होती हैं, साथ ही उनके जीवन में सही दिशा दिखाने का काम करती हैं।
कहानी के पात्रों और घटनाओं का विवरण बच्चों को कथा की गहराई और संदेश को बेहतर तरीके से समझने में मदद करता है। जब बच्चे कहानी के पात्रों, उनके गुण, और घटनाओं के बारे में जानते हैं, तो वे उस कहानी से जुड़ते हैं और उससे कुछ नया सीखने की कोशिश करते हैं। यह बच्चों को सोचने, समझने, और अपनी कल्पना को साकार करने में भी मदद करता है।
पात्रों का विवरण:
घटनाओं का विवरण:
उदाहरण:
कहानी "हाथी और उसके दोस्त" में हाथी एक मुख्य पात्र है, जो मजबूत और दयालु होता है। इसके दोस्त में एक छोटी सी मेंढ़क होती है, जो डरपोक होती है। घटनाओं में, हाथी और मेंढ़क एक बड़े नदी में एक-दूसरे की मदद करते हैं, और अंत में मेंढ़क को अपनी ताकत का एहसास होता है।
नैतिक शिक्षा:
कहानी के पात्रों और घटनाओं के माध्यम से बच्चे सीख सकते हैं कि हर किसी के पास अपनी विशेषताएँ होती हैं और हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए।
बच्चों को भाषा के प्रति रुचि और समझ विकसित करने के लिए सरल और लयबद्ध कविताएँ पढ़ाना एक मजेदार और प्रभावी तरीका है। इन कविताओं में सरल शब्दावली, रचनात्मकता, और तालमेल होता है, जो बच्चों को भाषा सीखने और अभिव्यक्ति कौशल में सुधार करने में मदद करता है। यह उन्हें नए शब्द सीखने, उच्चारण सुधारने और भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर देता है।
कविताएँ बच्चों को सही उच्चारण और शब्दों की ध्वनि समझने में मदद करती हैं। लयबद्धता और तुकबंदी के कारण, बच्चे शब्दों को आसानी से सीखते और दोहराते हैं। कविताओं के माध्यम से उच्चारण अभ्यास न केवल मज़ेदार होता है बल्कि बच्चों के आत्मविश्वास और बोलने की स्पष्टता को भी बढ़ाता है। यह गतिविधि भाषा को सरल और प्रभावी ढंग से सीखने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
चित्रों के माध्यम से बच्चों को हिंदी शब्द और वाक्य बनाने का अभ्यास कराया जाता है। यह गतिविधि उनकी कल्पना शक्ति को बढ़ाती है और भाषा कौशल को विकसित करती है। बच्चों को दिए गए चित्रों को देखकर उनमें छिपे वस्तुओं, क्रियाओं या घटनाओं का वर्णन करना सिखाया जाता है। यह अभ्यास भाषा सीखने को रोचक और सरल बनाता है।
बच्चों को एक या अधिक चित्रों के आधार पर कहानी बनाने का अभ्यास कराया जाता है। यह उनकी रचनात्मकता, कल्पनाशक्ति और अभिव्यक्ति क्षमता को विकसित करता है। इस गतिविधि के माध्यम से बच्चे कहानी के पात्रों, घटनाओं, और क्रम को समझने और व्यक्त करने में सक्षम होते हैं। यह भाषा कौशल और विचारों को क्रमबद्ध करने की क्षमता को बढ़ावा देता है।
बच्चों को सरल और स्पष्ट निर्देशों को समझने और उन पर अमल करने का अभ्यास कराया जाता है। यह गतिविधि उनकी सुनने, समझने और त्वरित प्रतिक्रिया देने की क्षमता को विकसित करती है। इसके माध्यम से बच्चे दैनिक जीवन में निर्देशों का पालन करने और अनुशासन में सुधार लाने में सक्षम होते हैं।
इस पाठ का उद्देश्य बच्चों को सरल और स्पष्ट प्रश्नों का उत्तर देने के लिए प्रोत्साहित करना है। बच्चों को बुनियादी ज्ञान पर आधारित प्रश्नों का उत्तर देना सिखाया जाता है, जिससे उनकी संप्रेषण क्षमता, सोचने की क्षमता और आत्मविश्वास बढ़ता है। यह गतिविधि बच्चों को समझने और प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित करती है, जो उनके संवाद कौशल को मजबूत करती है।
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परिचय:
क्रिया, वाक्य में वह शब्द होते हैं जो कार्य, स्थिति या अवस्था को व्यक्त करते हैं। इन्हें अंग्रेजी में verbs कहा जाता है। क्रिया वाक्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है, जो यह बताती है कि कोई कार्य हो रहा है, हो चुका है या होने वाला है।